क्या शिवराज सिंह चौहान बनेंगे मोदी के बाद NDA का चेहरा?
खेत से केंद्र तक… एक नई सियासी चुप्पी का उदय
रिपोर्ट: अखिलेश सोलंकी | Akhileaks Exclusive
प्रस्तावना: 75 की राजनीति और एक नया सवाल
9 जुलाई 2025 — नागपुर से एक बयान आया, जिसने देश की राजनीति को झकझोर दिया।
“75 की उम्र के बाद शॉल ओढ़ लेना चाहिए…”
संघ प्रमुख मोहन भागवत के इस वाक्य ने भाजपा और NDA में नेतृत्व को लेकर हलचल बढ़ा दी।
17 सितंबर 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 75 वर्ष के हो रहे हैं।
अब सवाल यह है — क्या मोदी जाएंगे?
और अगर हां, तो कौन NDA का नेतृत्व संभालेगा?
संभावित विकल्प: और फिर उभरे शिवराज
भाजपा के भीतरी गलियारों में कई नाम गूंज रहे हैं:
नाम ताकत कमजोरी
योगी आदित्यनाथ जनाधार, मजबूत राज्य नेतृत्व कट्टर छवि, सहयोगियों की असहजता
अमित शाह रणनीतिक कौशल पब्लिक फेस नहीं, संघ से दूरी
नितिन गडकरी अनुभव, सहयोगी पसंद केंद्रीय नेतृत्व से टकराव
शिवराज सिंह संतुलन, स्वीकार्यता पहले CM पद से हटे, लेकिन वापसी अब
और अब शिवराज सिंह चौहान की चुपचाप उभरती चालों ने सबका ध्यान खींचा है।
शिवराज का राष्ट्रीय दौरा: सिर्फ़ मंत्री नहीं, रणनीतिक राजनेता
पिछले 30 दिनों में शिवराज कहाँ गए?
राज्य यात्रा स्थल मुद्दा संकेत
तमिलनाडु कोयंबटूर कपास क्रांति दक्षिण की पकड़
आंध्र प्रदेश पुट्टपर्थी चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात NDA विस्तार
जम्मू-कश्मीर श्रीनगर सेब-केसर, क्लीन प्लांट सेंटर राष्ट्रधर्म से जुड़ाव
उत्तर प्रदेश बरेली (IVRI) राष्ट्रपति के साथ मंच गरिमामयी स्वीकार्यता
दिल्ली मुख्यमंत्री धामी से बैठक कृषि-विकास संवाद हिमालय से जुड़ाव
मध्य प्रदेश देवास-सीहोर आदिवासी अधिकार, किसान संवाद जमीनी पकड़
यह महज़ सरकारी दौरे नहीं हैं, बल्कि एक वैकल्पिक प्रधानमंत्री का रोडमैप है।
देवास-सीहोर का संदेश: शिवराज सिर्फ़ सत्ता में नहीं, संघर्ष में भी
शिवराज सिंह चौहान ने देवास और सीहोर में जाकर आदिवासी समाज के जल-जंगल-जमीन और अधिकारों पर खुलकर बात की।
“अगर किसी का हक मारा गया है — तो मैं खुद उसके लिए खड़ा रहूंगा।” — शिवराज
वो कृषि मंत्री होकर केवल नीतियाँ लागू नहीं कर रहे —
वो गांव-गांव जाकर जनता की पीड़ा से राजनीतिक ऊर्जा ले रहे हैं।
कृषि मंत्रालय: एक नया प्रयोगशाला बन रहा है?
“शिवराज सिंह चौहान अब कृषि मंत्रालय का इस्तेमाल योजनाओं के प्रचार के लिए नहीं,
बल्कि राष्ट्रीय सियासी संपर्क और स्वीकृति के लिए कर रहे हैं।”
हर राज्य में कृषि संवाद
हर CM से सहयोग
हर वर्ग से जुड़ाव
कृषि मंत्रालय बन रहा है – प्रधानमंत्री पद की तैयारी का मंच।
ग्रेटर NDA: अटल युग की वापसी?
1998–2004 के NDA की याद दिलाते हुए, शिवराज की यात्राएं पुराने सहयोगियों को फिर जोड़ने की कोशिश हैं।
सहयोगी नेता शिवराज की पहल
चंद्रबाबू नायडू व्यक्तिगत भेंट, कृषि-रूरल एजेंडा
नीतीश कुमार संपर्क की कोशिश, संकेत
उत्तराखंड-उत्तरपूर्व क्षेत्रीय संतुलन का संदेश
संघ-भाजपा समन्वय संघ से पुराने संबंध, टकराव नहीं
क्या शिवराज NDA को दोबारा एकजुट करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं?
क्या यह ‘अटल युग 2.0’ की नींव है?
Akhileaks Verdict: चुप्पी में रणनीति है!
शिवराज टकराव के चेहरे नहीं, समन्वय के विकल्प हैं।
संगठन, सहयोगी, जनता — तीनों से संवाद बना रहे हैं।
कोई विवाद नहीं, कोई टकराव नहीं, लेकिन नेटवर्क सब जगह।
“शिवराज अब खेती में नहीं, सियासत में बीज बो रहे हैं।”
जनता क्या कह रही है?
“शिवराज की चाल दिखती नहीं — लेकिन जमीन हिल रही है…”
“NDA को नया अटल चाहिए — और वो चेहरा शायद शिवराज हो।”
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क्या शिवराज सिंह चौहान NDA का अगला चेहरा बन सकते हैं?
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